एनएचएआई की लापरवाही से मिटता पतालसुरधाम का अस्तित्व
बरकट्ठा: प्रखंड क्षेत्र में बेलकपी पंचायत क्षेत्र स्थित पतालसुर धाम का अस्तित्व एनएचएआई के लापरवाही से समाप्त हो रहा है बरकट्ठा का प्रसिद्ध पतालसुर धाम के मुहाने पर सड़क निर्माण एजेंसी रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर की सहयोगी कम्पनी राजकेशरी प्राइवेट लिमिटेड के लापरवाही व पतालसुर नदी में मिट्टी भर देने से नदी के पास बाबा पतालसुरधाम का अस्तित्व समाप्त होने को है ज्ञात हो यह प्राकृतिक जलस्रोत से लगभग सैकड़ो लोगों की प्यास मिटती है इस पतालसुर धाम के बारे में किवंदती है कि जो भी मन्नत मांगी जाती है वह पतालसुर बाबा की कृपा से पूरी होती है लोग अपनी खुशी से मुर्गा या बकरा की बलि कर मन्नत पूरी करते है यहाँ के पुजारी दलित समाज के होते है बड़ी संख्या में लाइन ट्रक के ड्राइवर खलासी पूजा पाठ करते है
साथ ही अपनी दुख पीडा को बाबा से कहते है पतालसुर बाबा के चरण स्थित चट्टानों से अनवरत पानी की अविरल धारा फूटती है जिसका तापमान गर्मी में ठंडा व जाड़े में गर्म रहता है साथ इस पानी का टीडीएस मात्र 140 है जो आश्चर्यजनक है छह माह भी इस पानी को रख दिया जाय तो न तो कजरी पड़ता है न ही कीड़े लगते है लेकिन यह विडंबना है कि जो सभी की मुरादे पूरी करते है आज उस बाबा का अस्तित्व ही मिटने को है सड़क निर्माण एजेंसी इस बिंदु पर कोई ध्यान नही दे रही है कहना है कि सड़क निर्माण एजेंसी के लापरवाही एवं गलत डिजाइन से नदी पर पुल का निर्माण किया जा रहा है।जिसके वजह से आस्था का केंद्र व धार्मिक स्थल पतालसुरधाम का अस्तित्व खतरे में पड़ गया है।लगातार बारिश से जलमग्न हुआ पतालसुर धाम का पानी अब लोगो को पीने का पानी नसीब नही हो पा रहा है।सैकड़ो लोग पतालसुर के निर्मल जल पर आश्रित है।
पेय जलस्रोत की ब्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई।उल्लेखनीय है कि पतालसुर का निर्मल जल गैस्ट्रिक रोगियों के लिए वरदान है।इधर बारिश व सड़क निर्माण एजेंसी के कारण तहस-नहस हो गया।दर्जनों गांवों के लोगो का प्यास बुझाने वाला पतालसुर को देखने वाला कोई नही।इधर पतालसुरधाम का जायज़ा लेने पहुंचे मुखिया बसंत साव ने कहा कि राज केशरी कंस्ट्रक्शन प्राइवेट कंपनी की लापरवाही ही परेशानी का सबब बना दिया।कंपनी की मनमानी और उदासीन रैवैये से ग्रामीण परेशान है।उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि राज केशरी कंपनी इस पर संज्ञान नही लेती है तो हमलोग काम रोकने के लिए बाध्य होंगे। इस विषय पर बिरेन्द्र सोनी, बिंदु सोनी, मथुरा सोनी, महेश मण्डल,परमेश्वर यादव , किशोर दास,बबलू श्रीवास्तव ,अशोक गुप्ता समेत अन्य लोग भी कम्पनी के कृत्य को गलत ठहराया साथ रोष जताया ।