समान काम के लिए समान सुविधा दे सरकार, कोरोना सेवा में भेदभाव सही नहीः डाॅ. अनिल कुमार
APEM LIVE (AMIT KESHRI): कोरोनाकाल में भगवान के बाद यदि किसी को दूसरा दर्जा दिया गया है तो मानवीय तौर पर वह है डाॅक्टर्स हैं। इस कोरोना काल में कोरोना का इलाज करते हुए हजारों डाॅक्टर्स एवं हेल्थ वर्कस ने अपनी जान की आहूति दे दी। लेकिन केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा इन डाॅक्टर्स एवं हेल्थ वर्कस को जो सम्मान मिलनी चाहिए थी। वह सम्मान नही मिल पाई है। इस मामले को अपेम ट्रªस्ट ने गंभीरता से लिया है। इसी मुददे को लेकर तिलैया रोड बरही स्थित उत्सव वाटिका में अपेम पैट्रªॅान टीम की बैठक हुई। अध्यक्षता मुख्य संरक्षक कपिल प्रसाद केशरी एवं संचालन कृष्णा प्रजापति ने किया। अपेम चीफ एडवाइजर डाॅ अनिल कुमारा मौजूद रहें। इस बैठक में कोरोनाकाल की स्थिति एवं डाॅक्टर्स की त्याग पर गंभीर चर्चा की गई। सभी ने एक स्वर से माना कि कोरोनाकाल में डाॅक्टर्स ने भी एक जंग लडा है।
जिस प्रकार बोर्डर पर फौजी अपने दुशमनों से जंग लडते हुए अपनी जान गवां देते हैं। तब उनहे शहीद का दर्जा एवं सम्मान मिलता है। ठीक उसी प्रकार डाॅक्टर्स भी कोरोना से जंग लडते हुए अपनी जान की बलिदान दिए हैं। ऐसे में इन डाॅक्टर्स को भी शहीद का दर्जा मिलनी चाहिए। मुख्य संरक्षक कपिल प्रसाद केशरी एवं चीफ एडवाइजर सहित सभी उपस्थित लोगों ने केंद्र एवं राज्य सरकार से मांग किया किया कि कोरोना काल में जितने भी डाॅक्टर्स अपनी जान गवाएं हैं उनसे ससम्मान शहीद का दर्जा दिया जाए। साथ ही उनके परिजनो की समुचित देखभाल एवं विकास की जिम्मेवारी सरकार लेे। साथ ही यह भी मांग किया गया कि जिस क्षेत्र के डाॅकटर्स ने अपनी जान कोरोना के वजह से गवाई है। उस क्षेत्र में उनकी एक पहचान स्थापित किया जाए। उदाहरण स्वरूप पार्क, चैक चैराहा या सार्वजनिक स्थानों का नाम उन्ही शहीद डाॅक्टर के नाम से नामकरण कर दिया जाए। इसके अलावे कोरोना योद्धाओं को भी एक विशेष पहचान दी जाए।
बैठक में भी इस बात की चर्चा हुई कि समान काम के लिए समान सुविधा इन कोरोनाकाल में मिलनी चाहिए। लेकिन सरकारी स्तर पर भेदभाव की बात सामने आई। संविदा कर्मियों को बीमा सहित अन्य सुविधाओं से वंचित रखा गया है। यह बिल्कुल भेदभाव करने वाली नीति हैं । डाॅ. अनिल कुमार ने कहा कि यदि सरकारी कर्मी हो या संविदाकर्मी सभी कोरोना योंद्धा हैं। सभी कोरोना से जंग लड़ रहे हैं। सभी की जान प्यारी है। इसलिए सरकार सभी को समान रूप से सुविधा एवं व्यवस्था दे। ताकि सभी का मनोबल बना रहे। निर्णय लिया गया कि अपेम इस मामले में पत्राचार करेगा।
बैठक में डाॅ. अनिल कुमार, श्रीनिवास गीरी, कपिल केशरी, डाॅ विजय कुमार, मुकेश मधेसिया, शिव शंकर लाल, अमित केशरी, कृष्णा यादव, लोकेश कुमार आदि लोग मौजूद थे।