करोड़ों की लागत से बना छात्रावास बना चावल गोदाम
बिरनी प्रखण्ड के पालोंजिया +2 उच्च कैम्पस में करोड़ों की लागत से बना छात्रावास कचड़े का डिब्बा बनकर रह गया है। यह छात्रावास में आजकल शराबियों का अड्डा बना हुआ है। पालोंजिया छात्रावास के तीन मंजिला बना हुआ है। ऊपर के दो मंजिलों में प्रशासन रहते हैं। बावजूद इसके निचले मंजिला में शराबियों का अड्डा बनकर रह गया है।
नीचे तल्ले के कई कमरों में बीयर और शराब के खाली बोतल ऐसे रखा हुआ है जैसे सरकारी संपत्ति को धरोहर समझकर संजोया गया हो।
सिगरेट और नास्ते का पैकेट छात्रावास के रसोई कमरे के साथ साथ बारामदे तथा कई कमरों में ऐसे पसरा हुआ है जैसे सरकार इस आवास को बिरनी प्रखण्ड के सारे कचड़े पालोंजिया छात्रवास में ही फेंकना हो।
कहने को तो इस छात्रावास में सरकारी स्कूल के एमडीएम का चावल भी रखा जाता है। लेकिन सफाई के नाम पर किसी की नजर न पड़ी हो। ऐसे में भारत सरकार के सफाई अभियान को चैलेंज करता यह छात्रवास एक उदाहरण स्वरूप सबूत दे रही है। ऐसे में बिरनी प्रखण्ड विकास, सफाई तथा सरकारी संपत्ति का दुरूपयोग करने वाला प्रखण्ड झारखण्ड में पहला स्थान ले सकती है। अब सवाल ये उठता है कि सालों से यह भवन का देखने या इसका हिफाजत करने वाला शायद कोई नहीं है।