जिले में कोई इस तरह का मंदिर नही
बन सकता है पर्यटन केंद्र
अपेम लाइव: बरकट्ठा
रिपोर्ट: मानव राज सिंह
बरकट्ठा हजारीबाग जिला मुख्यालय से लगभग 25 किलोमीटर दूर इचाक और दारू प्रखंड के सीमा पर बसा देव नगरी पुनाई में नव निर्मित हनुमान मंदिर पर्यटन स्थल के रूप में उभर रहा है। हर दिन सैकड़ो लोग परिवार संग मंदिर दर्शन को पहुंच रहे हैं। हजारीबाग जिले के अलावे दूसरे जिले से भी लोग बड़ी संख्या में सुबह से पहुंचने लगते हैं जो देर शाम तक सिलसिला जारी रहता है। यहां लगभग 7 करोड़ की लागत से भव्य हनुमान मंदिर का निर्माण किया गया है जिसमे राजस्थान के शिल्पकारों ने मंदिर का अद्भुत निर्माण किया है गर्भगृह में शीशे की गई कलाकारी देखते बनती है इस मंदिर का डिजाइन वास्तुकला का बेहतरीन उदाहरण है लभग दो एकड़ में फैला यह मंदिर अपने आप मे अद्वितीय है मंदिर निर्माण का कार्य व संचालन श्री संकट मोचन सेवा ट्रस्ट पुनाई के द्वारा किया गया है। इस भव्य मंदिर का निर्माण 2009 में शुरू हुआ था। जिसका प्राण प्रतिष्ठा गत 3 जुलाई से शुरू होकर 9 जुलाई को सम्पन्न हुआ था। तब से यहां आने जाने वाले श्रद्धालुओं का तांता लगा है। मंदिर में स्थापित हनुमान जी समेत अन्य देवताओं की मूर्तियां राजस्थान जयपुर से लाई गई है। साथ ही मंदिर निर्माण में लगे बालू और ईंट भी दूसरे राज्य से मंगवाकर लगाये गये हैं। आर्किटेक्ट भी मुंबई और दूसरे बड़े शहरों से आ कर साज सज्जा किया है। पूरे जिले में ऐसा भव्य और आकर्षक मंदिर कहीं और देखने को नही मिलता। मुख्य मंदिर से पहले शिखरनुमा प्रवेश द्वार मंदिर की खूबसूरती में चार चांद लगाता है।अगर सही से इस मंदिर का प्रचार प्रसार हो तो यह जिले का बेहतरीन पर्यटन केंद्र के रूप में उभर सकता है ।इन दिनों रविवार को सम्पूर्ण लॉक डाउन के कारण बड़ी संख्या में लोग अपने परिवार वालो के साथ मंदिर दर्शन को आ रहे है साथ ही पुनाई गांव वालों के द्वारा मंदिर दर्शन को आने वालों के लिए हर सम्भव मदद के लिए तत्पर रहते है लोग मंदिर के दर्शन कर मंदिर निर्माण में लगे लोगो की भूरी भूरी प्रशंसा करते हैं ।
कैसे जाए:-
मंदिर जाने के लिए हजारीबाग शहर से एनएच 33 इचाक मोड़, इचाक बाजार-करियातपुर होते पुनाई स्थित मंदिर पहुंचा जा सकता है। या फिर हजारीबाग से एनएच 100 होते झुमरा बाजार से मेढकुरी गांव होते करियातपुर होते मंदिर पहुंचा जा सकता है।बरकट्ठा से पीडब्ल्यूडी रोड खैरा होते हुए सीधे पुनाई पहुचा जा सकता है ।